आज के डिजिटल युग में कंप्यूटर जीवन का अभिन्न हिस्सा है। लेकिन जब यह अचानक काम करना बंद कर देता है, तो परेशानी शुरू हो जाती है। क्या यह हार्डवेयर की समस्या है या सॉफ्टवेयर की? इस सवाल का जवाब ढूंढना कभी-कभी मुश्किल हो जाता है।
बार-बार क्रैश या फ्रीज होना- कंप्यूटर अगर खासकर गेमिंग या वीडियो एडिटिंग जैसे भारी कामों के दौरान क्रैश या फ्रीज हो रहा है, तो यह रैम या जीपीयू की समस्या हो सकती है।
अजीब आवाजें- अगर आपकी हार्ड ड्राइव से क्लिक या ग्राइंडिंग की आवाज आ रही है तो यह इसके खराब होने का संकेत देती है।
ओवरहीटिंग या अचानक बंद होना- कंप्यूटर गर्म होता है और अचानक बंद हो जाता है तो यह कूलिंग सिस्टम में खराबी की वजह से हो सकता है।
डिस्प्ले में दिक्कत- अगर स्क्रीन पर पिक्सलेशन या रंगों के बिगड़ने के संकेत दिख रहे हैं, तो यह जीपीयू की समस्या की ओर इशारा करता है। इस तरह गड़बड़ी की वजह समझ सकते हैं।
सॉफ्टवेयर की समस्याएं आमतौर पर पुराने ड्राइवर, असफल अपडेट्स या ऑपरेटिंग सिस्टम में गड़बड़ी से जुड़ी होती हैं। जैसे सिस्टम बूट तो होता है, लेकिन प्रोग्राम ठीक से नहीं चलते तो यह सॉफ्टवेयर से जुड़ा हो सकता है।
डायग्नोस्टिक टूल्स का इस्तेमाल करें- विंडोज और मैक दोनों के लिए कई मुफ्त डायग्नोस्टिक टूल्स उपलब्ध हैं, जो रैम, स्टोरेज या मदरबोर्ड की सेहत जांच सकते हैं। अगर आपके पास अतिरिक्त हार्डवेयर है, तो संदिग्ध पार्ट्स को बदलकर टेस्ट करें।
सेफ मोड में जांच करें- सेफ मोड में पीसी चलाकर देखें। यह अनावश्यक ड्राइवरों और सॉफ्टवेयर को लोड होने से रोकता है। सेफ मोड में सब ठीक चलता है, तो समस्या सॉफ्टवेयर से जुड़ी हो सकती है।
ड्राइवर और अपडेट्स करें- पुराने ड्राइवर्स को अपडेट करें। ऑपरेटिंग सिस्टम को नवीनतम पैच के साथ अपडेट रखें। यह कई सॉफ्टवेयर समस्याओं का हल है।
ओएस की री-इंस्टॉलेशन करें- हार्डवेयर ठीक हे, तो ऑपरेटिंग सिस्टम को दोबारा से इंस्टॉल करना अच्छा उपाय हो सकता है।